Menu
blogid : 6584 postid : 12

प्रधानमंत्री – प्रधानमंत्री का अंतर —

Sampurn Kranti
Sampurn Kranti
  • 6 Posts
  • 3 Comments

प्रधान मंत्री किसी दल का नहीं पूरे देश का होता है ! प्रधानमंत्री – प्रधानमंत्री है ! किसी दल का नेता मात्र नहीं कांग्रेस को नेहरु परिवार ने अपनी जागीर बना लिया कांग्रेसी नेहरु परिवार के गुलाम दरबारी, नेहरु परिवार जर्मनी के तानाशाह हिटलर के नाजीवाद का भारत में प्रतीक ( हिटलर का मानना था कि विश्व में शासन करना जर्मनी वासियों को ईश्वर का दिया अधिकार है ) केन्द्र सरकार का शहरी विकास मंत्रालय पूर्व तथा स्वर्गीय प्रधानमंत्रियों की जन्म तिथि पर कार्यक्रम आयोजित करता है ! पूर्व प्रधानमंत्रियों में वर्तमान सरकार सबसे अधिक धन राजीव गाँधी के नाम फिर इन्दिरा नेहरु के नाम पर खर्च करती है ! जाट वोटों के लिए चौधरी अजीत सिंह को पटाने के लिए उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह पर भी कुछ खर्च कर देती है लेकिन 5 पूर्व प्रधानमंत्रियों गुलजारी लाल नंदा, मोरार जी भाई देसाई, पी०वी० नरसिम्हा राव, वी० पी० सिंह तथा चन्द्र शेखर पर एक भी धेला केन्द्र सरकार ने इनकी पुण्य या जन्म तिथि पर खर्च नहीं किया क्या इनका देश के लिए कोई योगदान नहीं सारी योग्यता नेहरु परिवार के प्रधान मंतियों में है आखिर देश से यह परिवार कितनी कीमत वसूलना चाहता है कीमत वसूलते हुए उसने हमारे संस्कार संस्कृति तथा इतिहास से दूर करके भ्रस्टाचारियों का कुनबा इकठ्ठा कर देश लूट लिया ! विदेशी लुटेरों को फरार करायने में मदद ही नहीं की उन्हें आरोप मुक्त कर बंद बैंक खाते खुलवाये ! वोट के लिए धार्मिक – जातीय – वर्गीय विवाद उत्पन्न कराये धन्य है इस देश की जनता जो इतना होने पर भी देश का नेतृत्व करने वाले प्रधानमंत्रियों का अपमान सहकर कांग्रेस व नेहरु गाँधी परिवार को सत्ता सीन करने में सहयोग कर रही है !

देश वासियों काग्रेस व नेहरु परिवाए के इस कृत्य का विरोध करो संवैधानिक पदों पर बैठने वाले जब इनके हांथों मरने के बाद अपमानित हो रहे हैं तब ये हमारा हाल क्या करेंगे सोंचो आओ हम देश संस्कार संस्कृत इतिहास लोकतंत्र संविधान व अपना स्वाभिमान बचाने को आगे आयें और अपने धन की एक एक पाई का हिसाब मांगें !

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply